मेहता पार्क में टूटी जाति-धर्म की दीवार

मेहता पार्क में टूटी जाति-धर्म की दीवार
आजमगढ़ : सामाजिक संगठन भारत रक्षा दल द्वारा बुधवार को एक बार फिर सामाजिक एकता की डोर को मजबूत करने का प्रयास किया गया। मेहता पार्क में आयोजित सामूहिक खिचड़ी भोज में जाति-धर्म की दीवार टूटती नजर आई। समानता का भाव साफतौर पर नजर आया। यहां तक कि कार्यक्रम में आमंत्रित एडीएम प्रशासन आशुतोष द्विवेदी के लिए जैसे ही कार्यकर्ताओं ने कुर्सी-मेज लगाया तो द्विवेदी ने आपत्ति की और दरी पर सबके साथ बैठ गए। बोले हम भी सबके साथ भोजन करेंगे यानी अधिकारी ने भी सामाजिक समरसता का भाव प्रदर्शित किया।
खास बात यह रही कि भोज में भोजन परोसने में मुसलमान भी शामिल थे तो उनके हाथ का भोजन करने में ब्राह्माण को भी परहेज नहीं था। कार्यक्रम में हनुमानगढ़ी के महंत शंकर सुवन, सिद्ध स्थल दखिणमुखी देवी के पुजारी शरद तिवारी भी शामिल हुए। कहीं कोई औपचारिकता नहीं दिखी। हर आने वाले को पहले लाई, चूड़ा, भेली व गट्टा दिया गया और उसके बाद सलाद के साथ मसालेदार खिचड़ी परोसी गई।
भोज में सबके लिए बराबर की व्यवस्था की गई थी। मैदान में बिछी मैट पर पांत में बैठकर सभी ने एक साथ भोजन किया। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी भोज में शामिल हुए। जहां एक तरफ बिना किसी भेदभाव के पांत में बैठकर सभी लोगों ने भोजन किया, वहीं भोजन बनाने में सहयोग के साथ मोहम्मद अफजल, नसीम और गोपाल जैसे लोगों ने भोजन परोसा। भोजन व्यवस्था का संचालन खुद दल के जिलाध्यक्ष उमेश सिंह 'गुड्डूं' और हरिकेश विक्रम श्रीवास्तव कर रहे थे। अन्य सदस्यों ने भी व्यवस्था की कमान संभाल रखी थी। लगभग एक हजार लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई थी और समय-समय पर ध्वनि विस्तारक यंत्र से कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लोगों का आह्वान किया गया जा रहा था।
'जाति तोड़ो, देश जोड़ो' अभियान के तहत आयोजित इस भोज के बारे में संगठन के सक्रिय कार्यकर्ता लाला प्रवीण कुमार गौड़ ने बताया कि हमारा यह कार्यक्रम वर्ष 1997 से चल रहा है। संगठन देश और समाज के लिए काम करता है। राष्ट्र और समाज की मजबूती के लिए पिछले कई वर्षो से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस भोज के माध्यम से हम समाज को भी संदेश देते है कि जाति-धर्म की दीवार को तोड़ने के लिए आगे आए। फिलहाल हम अपने मकसद में सफल महसूस करते हैं।

No comments:

Post a Comment